दिल में बस गए हो तुम, मेरी बाँहों में आ जाओ ||
पहचानतें हैं हम आपकी हर धड़कने, खामोशियों को कोई नाम न दो
साँसों में बस गए हैं वो इस कदर, हमसे बिछुड़ने का नाम न लो ||
क्यों करते हैं तुमसे मिलने का इंतज़ार,
क्यों करते हैं हम तुमसे इतना प्यार ||
क्यों हो जाती हैं तेज़ धड़कने,जब तुम आ जाते हो
क्यों हो जाते हैं हम बेचैन, जब तुम चले जाते हो ||
जीवन की इस डगर पर हम कर रहे हैं इंतजार तेरा, जाने कब आयेगा वो खुबसूरत सबेरा
जब तुम होंगी हमारी बाहों के घेरे में
और तुम्हारे लरजते होंठो पे नाम हो मेरा ||
तुम्हारे होंठो की तपिश से मैं भीग जाउंगा
तुम्हारे धडकते सीने में मैं गीत मिलन के गाऊँगा ||
तेरे लिए ये मिलन का एक अरमान बन जाएगा
तेरा मिलना मेरे लिए जीने का वरदान बन जाएगा ||
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